SEBI Kya Hai, जानिए कार्य, स्थापना, अधिकार, उद्देश्य 2024 SEBI Full Form in Hindi

दोस्तों। SEBI Kya Hai लेख में बिस्तार से सेबी के बारे बताया हु जैसे  कार्य, स्थापना, अधिकार, उद्देश्य, सेबी का फुल फॉर्म, Securities Exchange Board of India 100% पुरा जानकारी मिलेगी।

SEBI भारतीय पूंजी बाजारों का नियामक निकाय है। यह निवेशकों के हितों की रक्षा और बाजारों के सुचारू संचालन को सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार है। यह निवेशकों को सुरक्षित रखने के लिए विभिन्न सेवाएं और उत्पाद प्रदान करता है।

अगर आप भी सेबी के बारे में इन्टरनेट पर खोज रहे या जानना चाहते हैं कि SEBI Kya hai, SEBI Ka Full Form, SEBI का अधिकार (Power) क्या है तो आपकी खोज इस Post पर खत्म होता है। 

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क्युकी आज हम इस लेख में सरल भाषा में बिसतार से सेबी के बारे में 100% पुरा जानकारी देंगें। जोकि इस लेख को सही से पुरा पढ़ने के बाद पुरी तरह से पता हो जाएगा कि सेबी क्या है, सेबी क्यु है, सेबी की क्या जरूरत है, सेबी किस लिए है, सेबी कैसे काम करता है.

और (SEBI) यानी Securities Exchange Board of India की पावर और कानून क्या है, और शेयर बाजार में निवेश करने से पहले किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए जो कि सेबी के बारे में जानना बहुत ही महत्वपूर्ण है। 

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और इसका शेयर बाजार और इंडिया कैपिटल मार्केट में अहम भुमिका क्या है जोकि हर आदमी को जानना चाहिए जो भी शेयर बाजार में निवेश या ट्रेड करते हैं  या तो करने जा रहे हैं.

चाहें आप शेयर बाजार में न‌ए हो या पुराने अगर आप लोगों को नहीं पता कि SEBI क्या है और किन जरूरी बातों का आप लोगों को शेयर बाजार में ध्यान रखना चाहिए, जिससे आप का निवेश शेयर बाजार में सुरक्षित और आप एक दम बिंदास रहे

शेयर बाजार में किसी भी Investment कंपनी, Stock, Mutual Funds और Exchange या ब्रोकर्स प्लेटफार्म पर ट्रेडिंग या इन्वेस्टिंग शूरु करने से पहले आप लोगों को सेबी के बारे में पहले जान लेना चाहिए कि SEBI क्या है नहीं तो जाने अनजाने में आप लोगों को बहुत बड़ा नुक्सान उठाना पड़ सकता है और शेयर बाजार में आपका पैसा दुब भी सकता है। 

दोस्तों आपके मन में जो भी शेयर बाजार से जुड़ी दुविधा (Doubt) होगा इस लेख को पुरा पढ़ने के बाद Clear हो जाएगा। और यदि आप लोग का कोईभी सवाल या सुझाव हो तो निचे Please Comment करे,आपका सुझाव हमारे लिए बहुत खास है 👍 

तो चलिए Step By Step बिना समय गवाए महत्पूर्ण जानकारी को जानते है👇

SEBI Kya hai Hindi
SEBI Kya Hai – What is SEBI in Hindi

SEBI Kya Hai- What is SEBI in Hindi

सेबी भारत का भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड है, (SEBI) यानि Securities and Exchange Board of India यह भारत का सिक्योरिटीज और शेयर बाजार में भारत सरकार का प्रमुख संस्था है, सेबी की स्थापना 12 अप्रैल, वर्ष 1988 में हुवा था.

भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड अधिनियम, (1992 का 15) के प्रावधान 30 जनवरी, वर्ष 1992 को एक वैधानिक निकाय (Statutory body) के रूप में लागू की गयी थी।

इसे भारत सरकार और संसद द्वारा बनाया गया है, सिक्योरिटीज और शेयर बाजार में इसका मुख्य काम जोकि यह है 

  • निवेशकों (Investors) का हित और निवेश का रक्षा करना 
  • सिक्योरिटीज और शेयर बाजार को कानूनी रूप से बढ़ावा देना 
  • शेयर बाजार को विनियमित (Regulate) करना 
  • शेयर बाजार में धोखाधड़ी और ग़ैर कानूनी चीजों को नियंत्रित (Control) करना 
  • सिक्योरिटीज और शेयर बाजार का संतुलन बनाये रखना और आदेश देना 

दोस्तों शयेर बाजार में SEBI ka बहुत अहम भमिूमिका है, सेबी के मुताबिक इसके मर्जी के बिना शेयर बाजार में कोई भी कुछ नहीं कर सकता, और जितने भी शेयर बाजार में लीगल रूप से कम्पनिया काम कर रहे है सब के सब सेबी के साथ पंजीकृत है और इसके आदेश और कड़ी निगरानी में रहते है.

मार्केट में होने वाले सारी गतिविधियों पर बहुत कड़ी निगरानी करता है जसै की सिक्योरिटीज मार्किट, इन्वेस्टिग प्लेटफार्म, ट्रेडिगं प्लेटफार्म, शेयर बाजार ब्रोकर्स, म्यूच्यूअल फण्ड कम्पनी, Stock, Exchange प्लेटफार्म और उन सभी कम्पनीओ पर जो कैपिटल मार्केट और शेयर बाजार से जुड़ी है, इन सबको Manage और नियंत्रण करता है,

जो भी ब्रोकर्स या कंपनी पूंजी और शेयर बाजार में गैर कानूनी तरीके से काम और मार्किट में धोखा धड़ी करती है, तो सेबी उस पर शख्त कारवाही करता है. 

और सेबी समय समय पर नए नए नियम को लागु करता है जिसे की शयेर बाजार को और हम जसै बड़े छोटे निवेशकों को कोई नुक्सान न हो और मार्केट अच्छा से चलता रहे और हमारा देश की इकोनॉमी बढ़ती रहे।

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SEBI Kya Hai Review in Hindi 

बना   –  (Fromade)12 अप्रैल, वर्ष 1988,
स्थापना  –  (Established)30 जनवरी, वर्ष 1992,
Parkar  –  (Type)नियामक संस्था – Regulatory Agency
विभाग    –   ( Department)भारत सरकार – Goverment of India 
सेबी के अधीन एजेंसी –  (Agency under SEBI) FMC, AMFI, NSDL, CDSL 
सेबी मुख्यालय  –   (Headquartersमुंबई महाराष्ट्रा  –  Mumbai Maharashtra 
सेबी अध्यक्ष   –  (SEBI Chairman) Ms. Madhabi Puri Buch ( महिलाअध्यक्ष )
कर्मचारी    –     (Employees)  980+
निवेशक शिकायतें  – Complaint Toll Free No.  1800 22 7575 और 1800 266 7575
वेबसाइट   –     (Website)SEBI –  www.sebi.gov.in 
Source: Wikipedia and SEBI Website

सेबी का फुल फॉर्म – SEBI Full Form in Hindi

Full Form of SEBI –  Securities and Exchange Board of India ( सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया ) है, यह भारत के शेयर बाजार और कैपिटल मार्किट में भारत सरकार के द्वारा स्थापित विनियामक और वैधानिक निकाय है और इसे इंग्लिश में Regulatory and Statutory Body कहा जाता है,

तो जानिए Full Form of SEBI हिंदी और इंग्लिश में 👇

  • सेबी का फुल फॉर्म हिंदी मे – भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड होता है
  • SEBI Full Form इंग्लिश – Securities and Exchange Board of India है। 

मार्किट में लोग सेबी का पूरा नाम बोलने की जगह इसको शार्ट फॉर्म में SEBI कहते है क्युकी 

पूरा नाम बोलने में बहुत लम्बा हो जाता है इस लिए लोग मार्किट में छोटा नाम लेकर बोलते जिससे की बोलने में बहुत आसानी रहती, इस लिए आपके मन यह सवाल आया होगा की सेबी का फुल फॉर्म क्या होता है.

सेबी की स्थापना (SEBI Establishment)

दोस्तों सेबी की स्थापना भारत में पहली बार 12 अप्रैल, वर्ष 1988, में सिक्योरिटीज मार्किट को रेगुलेट करने के लिए एक नॉन स्टटूटोरी बॉडी के रूप में किया गया था। उसके बाद 30 जनवरी, वर्ष 1992, को स्वायत्त निकाय और सेबी अधिनियम (Act) 1992 बन गया भारत की संसद द्वारा और इसे वैधानिक शक्तियाँ यानि (Statutory powers)  प्रदान की गयी। सेबी का मुख्यालय मुंबई महाराष्ट्रा में स्थित है.

सेबी की संरचना क्या है? – What is structure of SEBI

सेबी की संरचना 9 नौ सदस्यों द्वारा किया गया है, जिसमे से एक सदस्य अध्यक्ष होता है जो केंद्र सरकार द्वारा चुना जाता है, बाकि सदस्यों को भारत सरकार के अलग अलग बिभागों से चुने जाते है, और यही सदस्य सेबी को मैनेज करते है, सेबी की सदस्यों को इस प्रकार सेचुना जाता है।

  • अध्यक्ष को भारत की केंद्र सरकार द्वारा चुना जाता है
  • दो 2 सदस्य केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा चुना जाता है 
  • एक 1 सदस्य RBI भारतीय रिज़र्व बैंक से चुना जाता है 
  • पांच 5 सदस्यों को भारत की केंद्र सरकार द्वारा चुना जाता है, इनमे से कम से कम तीन 3 फुल टाइम सदस्य होते है 

सेबी के कार्य क्या है – What is Functions of SEBI

दोस्तों सेबी के कार्य मूल रूप से सिक्योरिटीज और शेयर बाजार में निवेशकों के हितों का रक्षा करना है और सिक्योरिटीज मार्किट के विकास को बढ़ावा देना और शेयर बाजार में हो रहे अनुचित व्यापार, और धोखा धड़ी को नियंत्रित करना है और मार्किट को मैनेज करना है,

Functions and Role of SEBI
Functions and Role of SEBI – सेबी के कार्य क्या है – SEBI Kya Hai

सेबी की 3 महत्पूर्ण कार्य जो की इस प्रकार से  है 

#1. सुरक्षात्मक कार्य – Protective Work

सुरक्षात्मक कार्य के अंतर्गत में सेबी की कुछ अहम भूमिका कुछ इस तरह से है 

  • पूंजी और शेयर बाजार में निवेशकों के हितों की रक्षा करना
  • निवेशकों के शिकायत पर जल्द कार्रवाही करना 
  • इनसाइडर ट्रेडिंग (Insider trading) को रोकना 
  • मूल्य में हेराफेरी की जाँच करना
  • निष्पक्ष व्यापार प्रथाओं को बढ़ावा देना
  • निवेशकों को सही मार्गदर्सन और शिक्षा प्रदान करना
  • निवेशकों के बीच जागरूकता पैदा करना
  • धोखा धड़ी और अनुचित कार्य को रोकना 

#2. विनियामक कार्य – Regulatory Work

  • सिक्योरिटीज और शेयर मार्किट से जुडी कम्पनयों को पंजीकरण और दिशा निर्देश करना 
  • सिक्योरिटीज मार्किट में कंपनी को लेने या देने के लिए नियम स्थापित करना 
  • Brokers, Sub-Brokers और कंपनियों आदि का पंजीकरण और नियंत्रित करना 
  • स्टॉक एक्सचेंजों की रेगुलर पूछताछ और निरक्षण आयोजित करना
  • म्यूच्यूअल फण्ड कार्यों को नियत्रित करना 
  • शेयर बाजार में उचित शुल्क लगाना और शुल्कों पर निगरानी रखना 
  • निजी प्लेसमेंट को रोकना 
  • सिक्योरिटीज और शेयर बाजार को सही से चलने के लिए नियम लगाना 

#3. विकासात्मक कार्य – Developmental Work

  • सिक्योरिटीज और शेयर बाजार को समय समय से विकाश करना
  • ब्रोकर्स के माध्यम से AMC कंपनियों से म्यूच्यूअल फण्ड खरीदना या बेचना  
  • निवेशकों और शेयर बाजार मध्यस्त कम्पनियो को कार्य करने के सही पलटफोर्म प्रदान करना
  • निष्पक्ष व्यापार को बढ़ावा देना और गलत कामो को कम करना
  • मार्किट में सही कार्य करने वाले कंपनियों को प्रोत्साहन करना 
  • शेयर बाजार मध्यस्थों का प्रशिक्षण प्रदान करना 

सेबी के अधिकार और शक्तियां क्या है – What is SEBI Rights and Powers

Power and Rights of SEBI
Power and Rights of SEBI – सेबी के अधिकार और शक्तियां क्या है – SEBI Kya Hai

अर्ध-न्यायिक अधिकार  – Quasi-Judicial Rights 

अर्ध-न्यायिक अधिकार  के अंतर्गत में सेबी के पास पूंजी ,प्रतिभूतियों और शेयर बाजार के संदर्भ में अनुचित और धोखाधड़ी प्रथाओं के संबंध में निर्णय देने की पूरा अधिकार होता है, जो की एक दम साफ़, बिना पक्षपात के सेवा,  निवेशों की शिकायत की जवाबदेही और पूंजी बाजार में भरोसा करने में मदद करती है।

अर्ध-कार्यकारी अधिकार  – Quasi-Executive Rights 

अर्ध-कार्यकारी अधिकार के अंतर्गत में सेबी को पूंजी, सिक्योरिटीज और शेयर बाजार में उल्लंघनकर्ताओं की पहचान करने या उनके खिलाफ सबूत इकट्ठा करने के लिए उनके बही खातों और बहुत से अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जांच करने का कानूनी रूप से अधिकार होता है।

यदि सेबी किसी को भी पूंजी, सिक्योरिटीज और शेयर बाजार में नियमों को उलघन करते हुए पता है तो उनके खिलाफ शख्त कारवाही करने का पूर्णता अधिकार है, 

क्यूंकि सेबी नियामक संस्था भी है यह नियम लागू कर सकती है, निर्णय ले सकती है और उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकती है।

अर्ध-विधायी अधिकार  – Quasi-Legislative Rights 

अर्ध-विधायी अधिकार के अंतर्गत में सेबी के पास निवेशकों के हितों की सुरक्षा यकीनी बनाने के लिए नियम और कानून व्यवस्था बनाने की अधिकार है। जैसे की नियमों में कुछ सूचीकरण दायित्व, व्यापार नियम, और प्रकटीकरण (Disclosure) आवश्यकताएं शामिल हैं

प्रतिभूति बाजार में गलत चीजों को खत्म करने के लिए नियम और कानून बनाता है, जिससे की निवेशकों को पूंजी और शेयर बाजार में किसी भी प्रकार का नुक्सान न उठाना पड़े.

सेबी की शक्तिया – Powers of SEBI

SEBI अपने कार्यों को पूंजी और शेयर बाजार में कुशलतापूर्वक चाला सके और अपने भूमिका को अच्छे से निभा सके इसके लिए सेबी को निम्नलिखित शक्तियाँ प्रदान की गई हैं. जोकी कुछ इस प्रकार से है। 

  • सिक्योरिटीज एक्सचेंज के उपनियमों को मंजूरी देना।
  • दलालों और उप-दलालों (Brokers and sub-brokers) का पंजीकरण करना। 
  • सिक्योरिटीज एक्सचेंज को अपने उपनियमो में संशोधन करने के लिए बाध्य करना।
  • खातें और पुस्तकों का जांचना और मान्यता प्राप्त प्रतिभूति एक्सचेंजों से समय पर रिटर्न मांगना। 
  • पूंजी और शेयर बाजार मध्यस्थों के खातों और पुस्तकों का निगरानी करें।
  • कुछ कंपनियों को अपने शेयरों को एक या अधिक सिक्योरिटीज एक्सचेंजों में सूचीबद्ध करने के लिए आदेश देना।

सेबी की संरचना क्या है? – What is structure of SEBI

सेबी की संरचना 9 नौ सदस्यों द्वारा किया गया है, जिसमे से एक सदस्य अध्यक्ष होता है जो केंद्र सरकार द्वारा चुना जाता है, बाकि सदस्यों को भारत सरकार के अलग अलग बिभागों से चुने जाते है, और यही सदस्य सेबी को मैनेज करते है, सेबी की सदस्यों को इस प्रकार सेचुना जाता है।

  • अध्यक्ष को भारत की केंद्र सरकार द्वारा चुना जाता है
  • दो 2 सदस्य केंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा चुना जाता है 
  • एक 1 सदस्य RBI भारतीय रिज़र्व बैंक से चुना जाता है 
  • पांच 5 सदस्यों को भारत की केंद्र सरकार द्वारा चुना जाता है, इनमे से कम से कम तीन 3 फुल टाइम सदस्य होते है 

सेबी की स्थापना और मुख्यालय

सेबी की स्थापना 12 अप्रैल, वर्ष 1988 में हुवा था. सेबी का मुख्यालय मुम्बई महाराष्ट्र में स्थित है और सेबी क्षेत्रीय कार्यालय दिल्ली, कोलकाता, अहमदाबाद, लखनऊ, हैदराबाद, बेंगलुरू, चेन्नई, कोच्चि, शिमला, जैपुर, और पटना में स्थित है।

FAQs – अक्सर पूछा गया सवाल

सेबी क्या है इन हिंदी ?

भारत सरकार के द्वारा स्थापित विनियामक और वैधानिक निकाय है भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड है, (SEBI) यानि Securities and Exchange Board of India यह भारत का सिक्योरिटीज और शेयर बाजार को नियंत्रित और नेतृत्व करता है.

सेबी कार्य ?

सेबी मुख्य रूप से 3 तीन समूहों के प्रति जिम्मेदार है. प्रतिभूतियों के जारीकर्ता – Issuers of securities निवेशकों  – Investors बाज़ार मध्यस्थ  – Market intermediaries जैसे की, सुरक्षात्मक कार्य – Protective Work, विनियामक कार्य – Regulatory Work, विकासात्मक कार्य – Developmental Work

SEBI full form ?

Securities and Exchange Board of India, SEBI Website – https://www.sebi.gov.in/

सेबी क्या है और इसका कार्य क्या है?

सेबी भारतीय पूंजी बाजार का विनियामक और वैधानिक निकाय है और इसे इंग्लिश में Regulatory and Statutory Body कहा जाता है, इसका कार्य पूजी बाजार को नियंत्रित करना है.

सेबी का फुल फॉर्म क्या है?

सेबी का फुल फॉर्म भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड है।

SEBI का मतलब क्या होता है?

SEBI का मतलब भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड होता है, इसका मुख्या उद्देश्य भारतीय पूंजी बाजार में निवेशकों हितों की रक्षा और पूंजी बाजार को नियंत्रित करना है, और साथ ही शेयर बाजार को बढ़ावा देने का कार्य करना है।

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निष्कर्ष – SEBI Kya hai लेख से आप क्या सिखे


दोस्तों जैसा कि इस लेख में सेबी के बारे में आप ने जाना कि SEBI Kya Hai, सेबी का फुलफार्म, कार्य, उद्देश्य, स्थापना, शक्तियां, अधिकार और सेबी का पूंजी, सेक्युरिटिज और शेयर बाजार में मुख्य भूमिका क्या है और आप इस लेख के माध्यम से यह भी समझें कि भारत में शेयर बाजार कैसे काम करता है और कोन मैनेज और नियंत्रित करता है

सेबी के आने से सिक्योरिटीज और शेयर बाजार में ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से निवेश और ट्रेड करना बहुत सरल हो गया और निवेशकों और ट्रेडर्स का हितों का रक्षा सम्भव हो पाया, और मार्केट में हो रहे गलत तरीके से व्यापार, अनुचित कार्य, और धोखाधड़ी पर सख्ती से रोक लगाया और नियंत्रण किया

Note: शेयर बाजार में किसी भी ब्रोकर्स प्लेटफार्म या कम्पनी के साथ निवेश और ट्रेड करने से पहले यह जरूर चेक करें की वोह सेबी द्वारा पंजीकृत हैं या नहीं जिससे कि आपके साथ धोखाधड़ी ना हो

उम्मीद करते हैं कि आपको इस लेख से शेयर बाजार से जुड़ी सेबी के बारे में बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी जानने और सीखने को मिला होगा,
यदि आपके मन इससे जुड़ी कोई सवाल या सुझाव है तो निचे कमेन्ट बॉक्स में कमेन्ट करें और अपना अनुभव भी हमारे साथ साझा करें

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Disclaimer: यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य के लिए है और किसी भी तरह से निवेश सलाह नहीं है। निवेश में जोखिम शामिल है। कृपया अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें।. This blog article is for educational and informational purposes only. Not for advice and recommendation.

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